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Wednesday, September 28, 2011


प्रिय मित्रों नमस्कार ,
                                 आप सभी के प्रेम और आशीर्वाद के साथ मधुमेह और उससे जुडी बहुत सारी ऐसी समस्याओं के इलाज के सम्बन्ध में शिविर लगा रहा हूँ . मधुमेह के साथ तो वैसे बहुत सारी समस्याएं हैं लेकिन उनमे विशेषकर Retinopathy, nephropathy and other microvascular and macrovascular complications  प्रमुख हैं , वास्तव में इन समस्याओं के लक्षण बहुत कालांतर से समझ में आते हैं . इसलिए आयुर्वेद के सिद्धांत के अनुसार स्वस्थस्य स्वास्थय रक्षणं , आतुरस्य विकार प्रशमनं चेती . वास्तव में हमें इस बात का भ्रम रहता है की हम स्वस्थ हैं क्योंकि रोग के लक्षण और रोग का शारीर में प्रसार होने में बहुत अंतर है . हम सिर्फ लक्षणों को देखकर समझते हैं की हमें बीमारी है लेकिन लक्षण उत्पन्न तब होते हैं जब बीमारी बहुत बढ़ जाती है , लेकिन तब ये कहावत कही जाती है ." अब पछताए होत का जब चिड़िया चुग गयी खेत ". एक और महत्त्वपूर्ण बात की मधुमेह के रोगियों को ह्रदय रोग का खतरा सामान्य यानि की बिना मधुमेह की बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति की तुलना में पांच गुना अधिक होता है . 
                                                                                

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